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शिमला में दहशत फैलाने वाला भालू वन विभाग के पिंजरे में फंसा

➤ शिमला जिले की रामपुर उपमंडल की डांसा पंचायत में मवेशियों का शिकार कर रहा भालू पिंजरे में फंसा
➤ वन विभाग ने ट्रेंक्यूलाइजर से बेहोश कर दूरदराज के घने जंगल में छोड़ा
➤ एक महीने से दहशत में जी रहे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली


शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र की डांसा पंचायत में ग्रामीणों के लिए आतंक बना मादा भालू आखिरकार वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में फंस गया। यह भालू पिछले एक महीने से 10 से अधिक पालतू मवेशियों—गाय, बछड़े और पालतू कुत्तों—को शिकार बना चुका था। ग्रामीणों के अनुसार भालू कई बार मवेशियों के शेड में घुसकर तोड़फोड़ भी कर चुका था, जिससे क्षेत्र के लोग दिन में भी अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे थे।

शिमला के रामपुर में पिंजरे में फंसा भालू।

ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने शुक्रवार को डांसा पंचायत में एक विशेष पिंजरा लगाया था, जिसमें बड़ी मात्रा में फल और सब्जियां रखी गई थीं। शनिवार रात भालू जैसे ही खाने के लिए पिंजरे में गया, पिंजरा स्वतः बंद हो गया और भालू इसमें फंस गया।

रामपुर की डांसा पंचायत में पिंजरे में फंसा भालू।

इसके बाद वन विभाग की टीम ने भालू को ट्रेंक्यूलाइजर से बेहोश किया और उसे वाहन के माध्यम से डांसा पंचायत से दूर घने जंगल में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया। भालू की उम्र साढ़े तीन से चार वर्ष के बीच बताई जा रही है।

विभाग का कहना है कि इतना बड़ा भालू पहली बार पकड़ा गया है। इसके लिए एक विशेष रैपिड रेस्क्यू टीम (RRT) गठित की गई थी, जो पिछले कई दिनों से लाउडस्पीकर के माध्यम से ग्रामीणों को सावधान रहने की अपील कर रही थी।

वन मंडल अधिकारी रामपुर के निर्देश पर डिप्टी रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर ललित भारती, वन रक्षक सुरजीत कुमार, सहायक उप-अरण्यपाल तेज सिंह आदि अधिकारियों की टीम ने सफलतापूर्वक इस अभियान को अंजाम दिया। ग्रामीणों ने टीम के प्रति आभार व्यक्त किया है।